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Showing posts from 2024

मुझे माफ करना

[मुझे माफ़ करना ओम साईं राम] x 3 तुझसे पहले लूंगी मम्मी डैडी का नाम....(x2) डैडी बिना कौन चॉकलेट लाएगा मम्मी बिना कौन लोरी सुनेगा डैडी की याद मुझे पल-पल सताती है मम्मी से दूर होके आंख भर आती है इनके साथ रहना है हमें सुबह शाम साई पर मुझे माफ़ करना हू हू हू... ओ...ओ... मुझे माफ़ करना ओम साईं राम (x2) तुझसे पहले लूंगी अपने बच्चों का नाम....(x2) ओ...ओ... मुझे माफ़ करना ओम साईं राम (x2) तुझसे पहले लूंगा अपने बच्चों का नाम....(x२)

सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो

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सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं तुम अपने आपको ख़ुद ही बदल सको तो चलो यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता मुझे गिराके अगर तुम सँभल सको तो चलो कहीं नहीं कोई सूरज धुआँ-धुआँ है फ़ज़ा ख़ुद अपने आपसे बाहर निकल सको तो चलो यही है ज़िंदगी कुछ ख़्वाब चंद उम्मीदें इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो  ©Nida Fazli ❤️

Radius is perpendicular to the tangent of the circle

Proof: Let’s consider a circle with center and a tangent that touches the circle at point . We need to prove that the radius is perpendicular to the tangent at the point . 1. Definition of a Tangent: A tangent to a circle is a straight line that touches the circle at exactly one point. By definition, the tangent does not cross the circle at that point. 2. Assume Two Points on the Circle: Suppose there’s a point on the tangent line other than . Since is the only point of contact between the circle and the tangent, point must lie outside the circle. 3. Compare Distances from the Center: The distance from the center to any point on the circle is the radius. Therefore, the distance is the radius of the circle. The distance from the center to any other point on the tangent is greater than , because the line from to passes outside the circle. 4. Conclusion About Perpendicularity: The point is the only point where the distance from to the tangent line is minimized (equal to the...

लेन देन

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जो भी देंगे लौट के जरूर मिलेगा... कुदरत का अपना नियम है...       एक दौर था.. जब जावेद अख़्तर के दिन मुश्किल में गुज़र रहे थे। ऐसे में उन्होंने साहिर से मदद लेने का फैसला किया। फोन किया और वक्त लेकर उनसे मुलाकात के लिए पहुंचे। उस दिन साहिर ने जावेद के चेहरे पर उदासी देखी और कहा, “आओ नौजवान, क्या हाल है, उदास हो?”  जावेद ने बताया कि दिन मुश्किल चल रहे हैं, पैसे खत्म होने वाले हैं।  उन्होंने साहिर से कहा कि अगर वो उन्हें कहीं काम दिला दें तो बहुत एहसान होगा। जावेद अख़्तर बताते हैं कि साहिर साहब की एक अजीब आदत थी, वो जब परेशान होते थे तो पैंट की पिछली जेब से छोटी सी कंघी निकलकर बालों पर फिराने लगते थे। जब मन में कुछ उलझा होता था तो बाल सुलझाने लगते थे। उस वक्त भी उन्होंने वही किया। कुछ देर तक सोचते रहे फिर अपने उसी जाने-पहचाने अंदाज़ में बोले, “ज़रूर नौजवान, फ़कीर देखेगा क्या कर सकता है” फिर पास रखी मेज़ की तरफ इशारा करके कहा, “हमने भी बुरे दिन देखें हैं नौजवान, फिलहाल ये ले लो, देखते हैं क्या हो सकता है”, जावेद अख्तर ने देखा तो मेज़ पर दो सौ रुपए रखे हुए...

42 times paper fold idea

The idea behind folding paper 42 times to reach the Moon is an interesting demonstration of exponential growth. Here's the concept: When you fold a piece of paper in half, its thickness doubles. Paper typically has a thickness of about 0.1 mm (0.0001 meters). Each fold increases the thickness exponentially: after the first fold, it's twice as thick (0.2 mm), after the second fold, it's four times as thick (0.4 mm), and so on. By the 42nd fold, the thickness of the paper becomes astronomical, literally. Let's calculate the thickness after 42 folds: The thickness of the paper after n folds is , where n is the number of folds. After 42 folds: T = 0.0001 \times 2^{42} \, \text{meters} T = 0.0001 \times 4,398,046,511,104 , \text{meters} ] T = 439,804,651 \, \text{meters} This is about 439,804 kilometers, which is more than the average distance from the Earth to the Moon (about 384,400 kilometers). This shows how quickly exponential growth can escalate to enormous scales! Whi...

1.Why do massive objects distort space time?

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Massive objects distort spacetime due to the nature of gravity as described by Einstein's theory of General Relativity. In this theory, gravity is not seen as a force between objects, but rather as a result of the curvature or warping of spacetime caused by mass and energy. The basic idea is that spacetime is like a flexible fabric, and massive objects (like stars, planets, and black holes) cause a "dent" or "curve" in this fabric. Smaller objects (like planets or light) move along these curves, which we perceive as the effect of gravity. This happens because spacetime tells matter how to move, and matter tells spacetime how to curve. The more massive an object, the greater the distortion of spacetime around it. This warping affects both the paths of objects moving through space and the passage of time near the massive object. In summary, massive objects distort spacetime because their mass bends the geometry of spacetime itself, creating what we exp...

What causes gravity?

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आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत के अनुसार, गुरुत्वाकर्षण द्रव्यमान या ऊर्जा की उपस्थिति के कारण होता है। द्रव्यमान या ऊर्जा वाली वस्तुएँ स्पेसटाइम के ताने-बाने को मोड़ती हैं, जिससे "वक्रता" बनती है। इस वक्रता को हम गुरुत्वाकर्षण के रूप में देखते हैं। कोई वस्तु जितनी अधिक भारी होती है, स्पेसटाइम में वह उतनी ही अधिक वक्रता पैदा करती है, जिससे अन्य वस्तुएँ उसकी ओर बढ़ती हैं। सरल शब्दों में, गुरुत्वाकर्षण द्रव्यमान वाली वस्तुओं के बीच आकर्षण का बल है। आइजैक न्यूटन ने मूल रूप से गुरुत्वाकर्षण को एक ऐसे बल के रूप में वर्णित किया था जो वस्तुओं को एक-दूसरे की ओर खींचता है, जैसे पृथ्वी वस्तुओं को अपनी सतह की ओर खींचती है। हालाँकि, आइंस्टीन के सिद्धांत ने इस दृष्टिकोण को यह समझाते हुए परिष्कृत किया कि वस्तुएँ स्पेसटाइम में घुमावदार पथों का अनुसरण करती हैं, और यह वक्रता ही वह है जिसे हम गुरुत्वाकर्षण आकर्षण के रूप में अनुभव करते हैं। Gravity is caused by the presence of mass or energy, according to Einstein's theory of General Relativity. Objects with mass or e...

पानी गीला क्यों होता है

 Whether water is wet depends on how you define wetness:    Wetness as a liquid's ability to maintain contact with a solid surface: In this case, water isn't wet, but it can make other things wet.    Wetness as being made of liquid or moisture: In this case, water and all other liquids can be considered wet.    Wetness as a description of our experience of water: In this case, water isn't wet, but it can make us feel wet when it comes into contact with us.    Wetness as something that can dry: In this case, water isn't wet because it can't dry.    Water can also be wet in other ways:    Water's viscosity Water is wet because it's a liquid that flows easily due to its low viscosity. This is because its molecules are loosely joined together.    Water's latent heat of vaporization Water's latent heat of vaporization is the amount of heat it removes from its surroundings to convert from liquid water to water vapor. T...

तबादले के बाद डीएम ने बैग उठाया और चले गए ट्रेन से

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तबादले के बाद डीएम ने बैग उठाया और चले गए ट्रेन से जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ: बिहार के नालंदा जिले के 37वें जिलाधिकारी (डीएम) रहे योगेंद्र सिंह रविवार को बिना तामझाम अलविदा कह चले गए। उन्हें समस्तीपुर की कमान दी गई है। डीएम ने फेयरवेल पार्टी को भी शालीनता से मना कर दिया। हाथ में ट्राली बैग व बाडीगार्ड को नए डीएम के साथ रहने की नसीहत देकर स्टेशन रवाना हो गए। आम जन की तरह लाइन में लगकर ट्रेन का टिकट लिया और श्रमजीवी एक्सप्रेस में बैठकर पटना निकल गए। सराहनीय • नहीं ली विदाई, आम जन की तरह लाइन में लगकर लिया रेल टिकट उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के हरिपुर के हैं निवासी आज पता चला, कुछ अफसर ऐसे भी होते हैं... इनकी सादगी को सैल्यूट है और मैं दावे से कह सकता हूँ कि ऐसा अफसर आम जनता के लिए किसी मसीहा से कम नहीं होता

आज के हिसाब से अपने आप को अपडेट रखना कितना जरूरी है?

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आज के हिसाब से अपने आप को अपडेट रखना कितना जरूरी है? आजकल के समय में अपडेट रहना ,स्वयं को अपडेट रखना जरूरी है। स्वयं को अपडेट रखेंगे तो नए ज़माने, नई पीढ़ी के साथ कदम मिलाकर आगे बढ़ सकते हैं । समय किसी का इंतज़ार नहीं करता….. जो अपडेट नहीं होता वो समय से पीछे रह जाता है। एक साधारण सा उदाहरण के साथ अपनी बात बताने का प्रयास….. यह तस्वीर लगभग 46 साल पुरानी चर्चित फिल्म "मुकद्दर का सिकंदर" के बहुत प्रसिद्ध गाने की है - इस तस्वीर पर ध्यान दीजिए… इसमें "तब" के 4 "नामी गिरामी" दिखेंगे प्रीमियर पद्मिनी 🚗 चेतक स्कूटर🛵 राजदूत मोटरसाइकिल🏍  और अमिताभ बच्चन 😎 आज इनमें से केवल एक अपनी पुरानी शान को बरकरार रख पाया है, बाकी तो लगभग गायब हैं... सोचिए क्यों? क्योंकि ..... अपडेशन जरूरी.. वर्ना जो समय के साथ खुद को अपडेट नहीं करता वो किनारे लगा दिया जाता है🤷‍♀️ अमिताभ ने वक्त को समझा, खुद को लगातार अपडेट करते रहे....आज भी रेस में बरकरार हैं👍 जबकि बाकी निर्जीव होकर भी मार्केट में सलामत नहीं रह पाए क्योंकि इनको अपडेट करने से परहेज़ रखा अर्थात उनको अपडेट नहीं क...

आधी जानकारी

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एक बार एक विमान का एक सफाईकर्मी सफाई कर रहा था . विमान में उसके अलावा कोई नहीं था.सफाई के दौरान उसके हर्ष का ठिकाना ना रहा, जब उसने विमान के कॉकपिट में एक किताब देखी, जिसका शीर्षक था, * मात्र एक दिन मे प्लेन उड़ाना कैसे सीखें * उसकी बचपन की दबी इच्छा शायद आज पूरी होने वाली थी. उसने पहला पृष्ठ खोला: "इंजन स्टार्ट करने के लिए, लाल बटन दबाएं .." उसने ऐसा ही किया, और हवाई जहाज का इंजन चालू हो गया .. वह खुश हुअा और अगले पृष्ठ को खोला ... "हवाई जहाज को चलाने के लिए, नीला बटन दबाएं .." उसने ऐसा किया और विमान ने एक अद्भुत, अविश्वसनीय गति से आगे बढ़ना शुरू कर दिया ... मगर वह तो उड़ना चाहता था उड़ना, इसलिए उसने तीसरा पृष्ठ खोला जिसमें कहा गया था: *हवाई जहाज को उडा़ने के लिए, कृपया हरा बटन दबाए.* उसने ऐसा किया और विमान उड़ने लगा। वह उत्साहित था ... !! उड़ान भरने के 20 मिनट बाद, वह संतुष्ट था और अब उतरना चाहता था इसलिए उसने चौथे पेज पर जाने का फैसला किया ... चौथे पेज मे लिखा था, *आप विमान उड़ाने मे पारंगत हो चुके हैं. अब अगर आप यह भी सीखना चाहते हों कि किसी उड़ते वि...

मेरा #गांव अब उदास रहता है.

मेरा #गांव अब उदास रहता है.. ✍️ लड़के जितने भी थे मेरे गांव में। जो बैठते थे दोपहर को आम की छांव में। बड़ी रौनक हुआ करती थी जिनसे घर में  वो सब के सब चले गए शहर में। ऐसा नही कि रहने को मकान नही था। बस यहां रोटी का इंतजाम नहीं था। हास परिहास का आम तौर पर उपवास रहता है। मेरा #गांव अब उदास रहता है।। बाबू जी ठंड में सिकुड़े और पसीने मे नहाए थे। तब जाकर तीन कमरे किसी तरह बनवाए थे। अब तीनों कमरे खाली हैं मैदान बेजान है। छतें अकेली हैं गलियां वीरान हैं।। मां का शरीर भी अब घुटनों पर भारी है। पिता को हार्ट और डाईविटीज की बीमारी है। अपने ही घर में मां बाप का वनवास रहता है। मेरा #गांव अब उदास रहता है।। छत से बतियाते पंखे, दीवारें और जाले हैं। कुछ मकानों पर तो कई वर्षों से तालें हैं।। बेटियों को ब्याह दिया गया ससुराल चली गई। दीवाली की छुरछुरी होली का गुलाल चली गई। मोहल्ले मे जाओ जरा झांको कपाट पर। बैठे मिलेंगे अकेले बाबू जी, किसी कुर्सी किसी खाट पर।। सावन के झूले उतर गए भादों भी निराश रहता है। मेरा #गांव अब उदास रहता है।। कबड्डी वालीबाल अंताक्षरी, सब वक्त की तह में दब गए। हमारे गांव के लड़के क...

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस-2024 के बारे में

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राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस-2024 के बारे में भारत 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश और उसके दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में पहुँचने वाला पहला देश बन गया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि का सम्मान करने के लिए, माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त को "राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस" के रूप में घोषित किया। भारत 23 अगस्त, 2024 को अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस [NSpD-2024] मना रहा है, जिसका विषय "चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा" है। अंतरिक्ष में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों, समाज को होने वाले गहन लाभों और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम से जुड़ने के लिए सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए असीम अवसरों को उजागर करने वाले असंख्य कार्यक्रम होंगे। ये समारोह 23 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली में मुख्य कार्यक्रम के साथ समाप्त होंगे। About National Space Day-2024 India became the fourth country to land on the moon and the first to reach its southern polar region on August 23, 2023. To honour this landmark achievement, Hon'ble Prime Minister Shri Narend...

National Space Day on August 23, 2024,

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23 अगस्त, 2024 को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने के लिए, भारत सरकार भारत के अंतरिक्ष मिशनों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को उजागर करने और देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए एक महीने का अभियान शुरू कर रही है। इस वर्ष के उत्सव का विषय "चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा" है, जो समाज और प्रौद्योगिकी पर अंतरिक्ष अन्वेषण के गहन प्रभाव पर जोर देता है। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का उद्देश्य भारत सरकार ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का सम्मान करने के लिए आधिकारिक तौर पर 23 अगस्त को "राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस" घोषित किया है, जिसने 'शिव शक्ति' बिंदु पर विक्रम लैंडर की सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग की और 23 अगस्त, 2023 को चंद्र सतह पर प्रज्ञान रोवर को तैनात किया। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस अंतरिक्ष अन्वेषण में महत्वपूर्ण उपलब्धियों को मान्यता देता है और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में प्रगति को उजागर करता है। यह दिन छात्रों के बीच अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रुचि पैदा करके और उन्हें रोल मॉडल प्रदान करके भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए स...

40 की उम्र तक आपको यह समझ आ जाना चाहिए

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40 की उम्र तक आपको यह समझने के लिए पर्याप्त समझदार हो जाना चाहिए: 1. कोई व्यक्ति 9-5 की नौकरी में आपसे 10 गुना ज़्यादा कमाता है क्योंकि उसके पास अपने काम से ज़्यादा "लीवरेज" होता है। 2. ध्यान भटकाना सफलता का सबसे बड़ा हत्यारा है। यह आपके दिमाग को अवरुद्ध और नष्ट कर देता है। 3. आपको ऐसे लोगों से सलाह नहीं लेनी चाहिए जो जीवन में उस मुकाम पर नहीं हैं जहाँ आप पहुँचना चाहते हैं। 4. कोई भी आपकी समस्याओं को बचाने नहीं आ रहा है। आपका जीवन 100% आपकी ज़िम्मेदारी है। 5. आपको 100 सेल्फ़-हेल्प किताबों की ज़रूरत नहीं है, आपको बस कार्रवाई और आत्म-अनुशासन की ज़रूरत है। 6. जब तक आप कोई ख़ास हुनर सीखने के लिए कॉलेज नहीं गए (जैसे कि डॉक्टर, इंजीनियर, वकील), आप सिर्फ़ बिक्री सीखकर अगले 90 दिनों में ज़्यादा पैसे कमा सकते हैं। 7. कोई भी आपकी परवाह नहीं करता। इसलिए शर्मीलेपन को रोकें, बाहर जाएँ और अपने मौके बनाएँ। 8. अगर आपको कोई आपसे ज़्यादा होशियार लगता है, तो उसके साथ काम करें, प्रतिस्पर्धा न करें। 9. धूम्रपान से आपके जीवन में कोई फ़ायदा नहीं है। यह आदत सिर्फ़ आपकी सोच को धीमा करेगी ...

संत तुलसीदासजी जयंती

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संत तुलसीदासजी जयंती संतों ने एक स्वर से घोषणा की है कि जीव का परम पुरुषार्थ एकमात्र भगवद्प्रेम ही है । शेष जो चार पुरुषार्थ हैं, उनमें किसी-न-किसी रूप में ‘स्व’ सर्वथा लगा ही रहता है । एक भगवद्प्रेम ही ऐसा है जिसमें ‘स्व’ भी सर्वथा समर्पित हो जाता है, विलीन हो जाता है । प्रारम्भ से ही संतों की यह प्रेरणा रही है कि ‘सभी जीव उसी अनन्त भगवद्प्रेम की प्राप्ति के लिये सचेष्ट हों और उसे प्राप्त कर लें…’ और वे अपनी अन्तरात्मा से पूर्ण शक्ति से इसके लिए प्रयत्न करते रहे हैं । योग, कर्म, ज्ञान, ध्यान, जप, तप, विद्या, व्रत सब का एकमात्र यही उद्देश्य है कि भगवान के चरणों में अनन्य अनुराग हो जाय । वेदों ने भगवान के निर्गुण-सगुण स्वरूप की महिमा गाकर यही प्रयत्न किया है कि सब लोग भगवान से प्रेम करें । शास्त्रों ने सांसारिक वस्तुओं का विश्लेषण करके उनकी अनित्यता, दुःखरूपता और असत्यता दिखलाकर उनसे प्रेम करने का निषेध किया है और केवल भगवान से ही प्रेम करने का विधान किया है । यह सब होने पर भी अनादि काल से माया-मोह के चक्कर में फँसे हुए जीव भगवान की ओर जैसा चाहिए उस रूप में अग्रसर नहीं हुए ।...

गाँव गया था

गाँव गया था गाँव से भागा । रामराज का हाल देखकर पंचायत की चाल देखकर आँगन में दीवाल देखकर सिर पर आती डाल देखकर नदी का पानी लाल देखकर और आँख में बाल देखकर गाँव गया था गाँव से भागा । गाँव गया था गाँव से भागा । सरकारी स्कीम देखकर बालू में से क्रीम देखकर देह बनाती टीम देखकर हवा में उड़ता भीम देखकर सौ-सौ नीम हक़ीम देखकर गिरवी राम-रहीम देखकर गाँव गया था गाँव से भागा । गाँव गया था गाँव से भागा । जला हुआ खलिहान देखकर नेता का दालान देखकर मुस्काता शैतान देखकर घिघियाता इंसान देखकर कहीं नहीं ईमान देखकर बोझ हुआ मेहमान देखकर गाँव गया था गाँव से भागा । गाँव गया था गाँव से भागा । नए धनी का रंग देखकर रंग हुआ बदरंग देखकर बातचीत का ढंग देखकर कुएँ-कुएँ में भंग देखकर झूठी शान उमंग देखकर पुलिस चोर के संग देखकर गाँव गया था गाँव से भागा । गाँव गया था गाँव से भागा । बिना टिकट बारात देखकर टाट देखकर भात देखकर वही ढाक के पात देखकर पोखर में नवजात देखकर पड़ी पेट पर लात देखकर मैं अपनी औकात देखकर गाँव गया था गाँव से भागा । गाँव गया था गाँव से भागा । नए नए हथियार देखकर लहू-लहू त्योहार देखकर झूठ की जै-जैकार देखकर सच पर प...

India at Paris Olympic 2024

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पेरिस 2024: मनु भाकर-सरबजोत सिंह ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया भारतीय निशानेबाज मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने मंगलवार को पेरिस 2024 ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम शूटिंग स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह शूटिंग में भारत का छठा ओलंपिक पदक और शूटिंग टीम स्पर्धा में पहला पदक था। इस परिणाम ने मनु भाकर को ओलंपिक के एक संस्करण में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली एथलीट भी बना दिया। रविवार को मनु भाकर शूटिंग में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। चेटौरॉक्स के नेशनल शूटिंग सेंटर में प्रतिस्पर्धा करते हुए, मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने कांस्य पदक के लिए कोरिया गणराज्य के ओह ये जिन और वोनहो ली को 16-10 से हराया। ओह ये जिन ने रविवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। मनु भाकर ने अपने पहले शॉट में 10.2 का स्कोर करके शानदार शुरुआत की। सरबजोत सिंह के 8.6 के स्कोर ने भारत को पहले दो अंक गंवा दिए, लेकिन उन्होंने 10.5, 10.4 और 10 के स्कोर के साथ जल्दी ही वापसी की और भारत को अगले छह...

A total of 117 Indian athletes participating in Paris Olympic 2024

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A total of 117 Indian athletes, including five reserves, are on the hunt for medals and sporting immortality at the Paris 2024 Olympics, which runs from July 26 to August 11. There will be Indian interest in a total of 69 medal events across 16 sports - archery, athletics, badminton, boxing, equestrian, golf, hockey, judo, rowing, sailing, shooting, swimming, table tennis and tennis - at the Paris 2024 Olympics. Neeraj Chopra, who created history at Tokyo 2020 by winning gold in men’s javelin throw, is a part of the 29-member Indian athletics contingent to France and will look to contribute to India's Paris 2024 Olympics medal tally. Badminton ace PV Sindhu, weightlifter Mirabai Chanu, boxer Lovlina Borgohain and select members of the Harmanpreet Singh-led Indian men’s hockey team will be the other returning Olympic medallists in the Indian contingent to Paris 2024. The likes of Avinash Sable, Antim Panghal, Rohan Bopanna, Chirag Shetty-Satwiksairak Rankireddy, Vinesh P...

एशियाई टाइगर मच्छर क्या है?

एशियाई टाइगर मच्छर क्या है? एशियाई टाइगर मच्छर, जिन्हें जंगल के मच्छर के रूप में भी जाना जाता है, एक विदेशी प्रजाति है, जिन्हें उनके सिर और पीठ के बीच में एक सफेद पट्टी से उनका "टाइगर" नाम मिला है। मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशिया से, यह दिन में काटने वाला कीट ईस्टर्न इक्विन इंसेफेलाइटिस (ईईई), जीका वायरस, वेस्ट नाइल वायरस, चिकनगुनिया और डेंगू बुखार जैसी हानिकारक बीमारियों को फैला सकता है। एशियाई टाइगर मच्छर के बारे में और अधिक जानकारी और रोकथाम के लिए आगे पढ़ें एशियाई टाइगर मच्छर कैसे दिखते हैं? एशियाई टाइगर मच्छर चांदी के सफेद निशानों के साथ काले होते हैं। इस प्रजाति की पहचान करने का सबसे अच्छा तरीका इसके सिर से लेकर पीठ के बीच तक एक मध्यम चांदी-सफेद पट्टी और साथ ही इसके धारीदार काले और सफेद पैर हैं। सभी मच्छर प्रजातियों की तरह, मादा की तुलना में नर का एंटीना स्पष्ट रूप से झाड़ीदार होता है और मादा की विशिष्ट भिनभिनाहट को पहचानने के लिए श्रवण रिसेप्टर्स होते हैं।