Friday, 17 November 2023

आज से 1600 साल पहले

आज से 1600 साल पहले पूरी दुनिया से स्टूडेंट्स भारत आते थे ताकि वे नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर सकें। आर्यभट्ट, जगदीश चंद्र बोस, सीवी रमन, होमी भाभा...ये भारत के वो नगीने हैं जिन्होंने भारत का नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिख दिया है।
मैं अपने जीवन में जब पहली बार विदेश गया तो अमेरिका गया, वहां मुझे सस्ते इक्विपमेंट, फंडिंग और अमेरिका को देखने का मौका मिला।

उनकी स्पीड, उद्यमशीलता, बड़ी सोच मेरे लिए आंखें खोल देने वाली थी। वैसा अनुभव मुझे अपने देश में नहीं हुआ। मैंने पाया कि उनके एजुकेशन सिस्टम के कारण वहां ये अंतर आया। अमेरिका में 40 बड़े विश्वविद्यालय हैं जहां शिक्षा के अलावा, रिसर्च और डेवलपमेंट को प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे छात्रों को वे टॉपिक्स स्टडी करने की अनुमति मिलती है जो उनके दिल के करीब हैं। पॉलिसी मेकर्स के साथ उन इंस्टीट्यूट्स के कनेक्शन ने अमेरिका को वह बना दिया है जो वो आज है।

बात गौर करने वाली है कि एकेडमिक ईयर 2022-2023 में, लगभग 10 लाख भारतीय स्टूडेंट्स दुनिया भर की यूनिवर्सिटीज़ में डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे थे। मुझे आश्चर्य होता था कि इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स हायर स्टडी के लिए भारत से बाहर क्यों जाते हैं! इसके लिए होने वाला खर्च कोई कम भी नहीं है। औसतन, विदेश में पढ़ने वाला एक इंडियन स्टूडेंट अकेले ट्यूशन फीस पर प्रति वर्ष 20 से 50 लाख रुपए के बीच खर्च करता है, जो इंस्टीट्यूट और कोर्स पर डिपेंड करता है। एक स्टडी के मुताबिक वर्ष 2024 में फॉरेन इंस्टीट्यूट्स में पढ़ने वाले इंडियन स्टूडेंट द्वारा प्रति वर्ष होने वाला खर्च 80 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

प्राचीन काल से ही भारत ने हमेशा विश्व गुरु का रोल निभाया है। यहीं से सबसे पहले शास्त्र और उनसे जुड़ा ज्ञान आया। मुझे ये बहुत दुखद लगता है कि भारत के बच्चों को ज्ञान लेने के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। 

मेरे दादाजी मेरे लिए गुरु समान थे। आज मैं जो कुछ भी हूं उनकी सीख के कारण ही हूं। वो कहा करते थे: "बेटा हरदम समाज की, देश की, लोगों की सेवा को ही ध्यान में रखना। अगर पैसा होगा तो पैसे से सेवा करना। नहीं तो अपने हाथों से किसी की मदद करना।" हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की वॉटर फ्रंटेज लोकेशन मुझे बहुत पसंद है और मैंने ये संकल्प लिया कि अगर मैं आर्थिक रूप से सक्षम होता हूं तो ऐसा कुछ बनाऊं जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक तीर्थ बन जाए।

जब मैं ओडिशा के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था, तभी मैंने वहां एक वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटी और एजुकेशन सिटी बनाने का तय कर लिया था। पुरी और कोणार्क मंदिर के बीच मुझे वो जगह नजर आई जो एक एतिहासिक स्थान भी है और वाटर फ्रंट भी। जब मैंने लोकेशन विजिट की तो मुझे बहुत सुंदर और स्पिरिचुअल फीलिंग हुई। एक तरफ जगन्नाथ मंदिर था और दूसरी तरफ कोणार्क मंदिर था। मैं जानता था कि यही वो जगह है जहां विद्या की देवी को विराजमान करना है।

शुरुआत में वहां एक लाख छात्र होंगे और मेरी इच्छा कम से कम 5 लाख लोगों के लिए एक शहर बनाने की है। युनिवर्सिटी में सारे प्रचलित कोर्सेज होंगे लेकिन लिबरल आर्टस, मेडिसिन और एंटरप्रेन्योरशिप पर फोकस किया जाएगा। हम इस बात पर सहमत हैं कि इसका लाभ ज़रूरतमंद और टैलेंटेड बच्चों को मिलना चाहिए। तीस पर्सेंट एडमिशन कम फीस या बिना फीस के मिलने चाहिए। हमने जो लोकेशन सिलेक्ट की, वो एयरपोर्ट से 40 मिनट की दूरी पर थी। सरकार मुफ्त जमीन देने पर विचार कर रही थी, लेकिन हमने फैसला किया कि हम जमीन को मार्केट वैल्यू पर खरीदेंगेI इस तरह कोई भी वंचित नहीं रहेगा, क्योंकि हमें इस नेक काम के लिए सभी लोगों के आशीर्वाद की जरूरत है।

मेरा सपना था कि उस यूनिवर्सिटी में वर्ल्ड फुटबॉल लीग खेली जाए और एक वर्ल्ड क्लास स्टेडियम हो, सभी फैकल्टी के लिए हाउसिंग कॉलोनी बनाई जाए। रिसर्च पर फोकस हो ताकि हम ग्लोबल लेवल पर आगे आ सकें।  

अमेरिका और बाकी देशों में लगभग 16% इंडियन फैकल्टी मेंबर्स हैं। उनसे बात करने पर पता चला कि उनमें से काफी लोग भारत वापस आ कर इस मिशन के साथ जुड़ना चाहते हैं। हमने इसे बनाने में मदद करने के लिए एमरी यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट विलियम चेज़ को चेयरमैन अप्वाइंट किया था और इस सपने को साकार करने और आगे बढ़ाने के लिए एक सक्षम टीम जुटाई। 

मैंने इस विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए तुरंत 1 बिलियन डॉलर (8000 करोड़ रुपए) देने का संकल्प किया है और अतिरिक्त 2 बिलियन डॉलर की व्यवस्था करने का वादा किया है। 

इस यूनिवर्सिटी का ब्लूप्रिंट मैं बार बार अपने दिमाग में बनाता रहता हूं। सोचता रहता हूं और क्या करना चाहिए हमें जो हमारे यूथ को एक नई दिशा में ले जाए। ख्याल आया कि इस यूनिवर्सिटी में एक एग्जिबिशन सेंटर भी होना चाहिए। जहां बारह महीनों में कोई न कोई मेला या एग्जिबिशन चलता रहे। भारत हेवी मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, रिन्यूएबल, ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, टेक्सटाइल और फर्नीचर के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा बाजार है। इससे हमारे बच्चों को इन इवेंट्स में पार्ट टाइम जॉब्स मिलेंगे और इंफ्रा स्ट्रक्चर डेवलप होगा- कई होटल, रेजिडेंशियल कॉलोनी और रियल एस्टेट विकसित होंगे। मैं उत्साहित था क्योंकि यहां एक वॉटर फ्रंट होने के कारण हम कई वॉटर स्पोर्ट्स आयोजित कर सकेंगे। 

ओडिशा गवर्नमेंट ने इस बारे में बिल को असेंबली में पास कर दिया। हमें सरकार से कोई आर्थिक मदद नहीं चाहिए। हम सिर्फ साथ और सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।

अमेरिका के आगे बढ़ाने में उसके यूनिवर्सिटीज का रोल था जो उनके थिंक टैंक- सूत्रधार थे। भारत का यूथ बहुत टैलेंटेड है, ज़रूरत है तो सिर्फ उनको सही प्लेटफॉर्म की। अधिकांश स्टूडेंट्स विदेश नही जा सकते, या फिर लोन ले कर पढ़ाई करते हैं। दुनिया नहीं चाहती कि भारत एक एजूकेशन हब बने। बहुत सारे एनजीओ इसमें कूद पड़े और सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया। इस प्रयास में सात साल बीत गए हैं। न्यायालय को अर्जेंसी के सेंस को समझना होगा और मामले में स्पष्टता लानी होगी।

हमने डिजिटल यूनिवर्सिटी का भी इरादा बनाया, जिसे दूर रहने वाले छात्र तक भी पहुंचा जा सके। हमारा उद्देश्य शिक्षा का व्यापार करके पैसा कमाना नहीं है, हम सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाना चाहते हैं। आप अमेरिका में देखिए, उनके पास 40 बड़ी यूनिवर्सिटी हैं जिनमें से एक भी गवर्नमेंट फंडेड नहीं है। हम एक ऐसी शुरुआत करना चाहते हैं जो देश के और एंटरप्रेन्योर्स को प्रेरित करे, आगे के न्यू एज एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बनाने के लिए। "पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया!"

भारत को दुनिया को दिखाना है कि विश्वगुरु हम हैं। जो हम कर सकते हैं वो कोई नहीं कर सकता। हमारे उद्यमी सिर्फ बिजनेस नहीं करते, अपने देश की मिट्टी से सोना निकालते हैं। मैं अपने जीवनकाल में इस यूनिवर्सिटी के कैंपस में बैठ कर अपने आस-पास लाखों स्टूडेंट्स के चहकते, मुस्कुराते चेहरों में अपने देश के भविष्य को सूरज सा चमकता देखना चाहता हूं। 

क्या आप मेरे साथ हैं?

Monday, 13 November 2023

छठ के अवसर पर 15 जोड़ी और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन

छठ के अवसर पर 15 जोड़ी और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन
कोलकाता, हैदराबाद एवं दुर्ग से पटना, पुणे एवं उधना से दानापुर, योगनगरी ऋषिकेष से मुजफ्फरपुर, हावड़ा एवं सिकंदराबाद से रक्सौल, रांची से जयनगर, शालीमार से सीतामढ़ी, न्यू तिनसुकिया से मधुबनी एवं टाटा से छपरा के स्पेशल ट्रेनें

हाजीपुर: दीपावली एवं छठ के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मदेनजर उनकी सुविधा हेतु रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इसी क्रम 10 और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है जिनका विवरण निम्नानुसार है 

1. गाड़ी सं. 03133/03134 कोलकाता-पटना- कोलकाता छठ स्पेशल (जी- 5. गाड़ी स. 01449/01450 पुणे-दानापुर पुणे सुपरफास्ट फिडल के रास्ते) गाड़ी संख्या 03133 कोलकाता-पटना-कोलकाता स्पेशल 14.11.2023 एवं 16.11.2023 को कोलकाता से 23.55 बजे खुलकर अगले दिन 10.30 बजे पटना पहुंचेगी। वापसी में 03134 पटना-कोलकाता स्पेशल 15.11.2023 एवं 17.11.2023 को पटना से 14.30 बजे खुलकर देर रात्रि 100.25 बजे कोलकाता पहुंचेगी। इस स्पेशल में शयनयान श्रेणी के 13 एवं साधारण श्रेणी के 05 कोच होंगे।

2. गाड़ी से 08793/08794 दुर्ग- पटना-दुर्ग छठ स्पेशल रायपुर-बिलासपुर राउरकेलाहोरी-गोमो- गया के रास्ते) गाड़ी संख्या 08793 दुर्ग- पटना छठ स्पेशल 15.11.2023 को दुर्ग से 14.45 बजे खुलकर अगले दिन 09.30 बजे पटना पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी से 08794 पटना-दुर्ग छ स्पेशल 16.11.2023 को पटना से 10.30 बजे खुलकर अगले दिन 08.20 बजे दुर्ग पहुंचेगी। इस स्पेशल में वातानुकूलित श्रेणी के 07 कोच शयनयान श्रेणी के 09 एवं साधारण श्रेणी के 04 कोच होंगे।

3. गाड़ी सं. 07003/07004 हैदराबाद- पटना-हैदराबाद छ स्पेशल (सिकंदराबाद बल्लारशाह गोंदिया- जबलपुर राज छिवकी डीडीयू के रास्ते) गाड़ी संख्या 07003 हैदराबाद-पटना छठ स्पेशल 13, 18 एवं 20.11.2023 को हैदराबाद से 12.00 बजे खुलकर अगले दिन 17:15 बजे पटना पहुंचेगी। यात्री में गाड़ी सं. 07004 पटना- हैदराबाद छठ स्पेशल 15, 20 एवं 22.11.2023 को पटना से 03.35 बजे खुलकर अगले दिन 10.00 बजे हैदराबाद पहुंचेगी। इस स्पेशल में द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी के 02 कोच, तृतीय वातानुकूलित इकॉनोमी श्रेणी के 10. कोच, शयनयान श्रेणी के 02 एवं साधारण श्रेणी के 02 कोच होंगे। 

4. गाड़ी सं. 01105/01106 पुणे-दानापुर- पुणे
सुपरफास्ट स्पेशल (भूल-इटारसी जबलपुर- पं. दीनदयाल उपाध्याय के रास्ते )- गाड़ी संख्या 01105 पुणे दानापुर सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन
पुणे से 13.11.2023 एवं 16.11.2023 को 06.30 बजे खुलकर अगले दिन 11.40 बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 01106 दानापुर पुणे सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन दानापुर से 14.11.2023 एवं 17.11.2023 को 13.30 बजे खुलकर अगले दिन 19.45 बजे पुणे पहुंचेगी। इस स्पेशल में वातानुकूलित तृतीय इकॉनोमी श्रेणी के 12 कोच एवं शयनयान श्रेणी के 06 कोच होंगे। स्पेशल (भुसावल इटारसी जबलपुर प्रयाग की दीनदयाल उपाध्याय के रास्ते) 

5. गाड़ी संख्या 01449 पुणे-दानापुर सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन पुणे से 18:11.2023 एवं 25.11.2023 को 06.35 बजे खुलकर अगले दिन 11.40 बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 01450 दानापुर पुणे सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन दानापुर से 19.11.2023 एवं 26.11.2023 को 13:30 बजे खुलकर अगले दिन 19.40 बजे पुणे पहुंचेगी। इस स्पेशल में साधारण को श्रेणी के 10 एवं चेयरकार के 04 कोच होंगे।

6. गाड़ी सं. 09187/09/188 उपना-दानापुर-उधना कोच होंगे। अनारक्षित स्पेशल (भुसावल- इटारसी जबलपुर- प्रयागराज की पं. दीनदयाल उपाध्याय ज. के रास्ते गाड़ी संख्या 09187 उधना-दानापुर अनारक्षित स्पेशल: उधना से 11.11.2023 को 18.00 बजे खुलकर 13.011.2023 को 00.30 बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 09185 दानापुर-उधना अनारक्षित स्पेशल दानापुर से 13.11.2023 को 04.45 बजे खुलकर अगले दिन 11.30 बजे उचना पहुंचेगी। इस स्पेशल में साधारण श्रेणी के 20 कोन हैं।

7. गाड़ी सं. 04324/04323 योगनगरी ऋषिकेष मुजफ्फरपुर- योगनगरी सपिकेष फेस्टिवल स्पेशल ( हरिद्वार-मुरादाबाद बरेली लखनऊ-गोरखपुर-हाजीपुर के रास्ते) गाड़ी संख्या 04324 योगनगरी ऋषिकेष मुजफ्फरपुर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन योगनगरी ऋषिकेष से 11.11.2023 एवं 14.11.2023 को 13.00 बजे खुलकर अगले दिन 10.30 बजे मुजफ्फरपुर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 04323 मुजफ्फरपुर- योगनगरी ऋषिकेष फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर से 12.11.2023 एवं 15.11.2023 को 13.00 बजे खुलकर अगले दिन 11.30 जे योगनगरी ऋषिकेष पहुंचेगी। इस स्पेशल में शयनयान श्रेणी के 03 एवं साधारण श्रेणी के 15 कोच होंगे।

8. गाड़ी [सं.] [03045103046 हावड़ा-रक्सौल-हावड़ा स्पेशल (बरौनी- समस्तीपुर-दरभंगा-सीतामढ़ी के रास्ते गाड़ी संख्या 03045 हावड़ा-रक्सौल-हावड़ा हट स्पेशल 13 एवं 16.11.2023 को हवा से 23.00 बजे

खुलकर अगले दिन 14.15 बजे रक्सील पहुंचेगी। वापसी में 03046 रक्सौल पड़ा स्पेशल 14 एवं 17.11.2023 को रक्सैल से 16.55 बजे खुलकर अगले दिन 08.50 बजे कोलकाता पहुंचेगी। इस स्पेशल में शयनयान श्रेणी के 11 एवं साधारण श्रेणी के 05 कोच होंगे

9.07001/07002 सिकंदराबाद- सिकंदराबाद जनसाधरण स्पेशल (नांदेड-पुण- अकोला- इटारसी जबलपुर डीडीयू-पाटलीपुत्र हाजीपुर- 03 मुजफ्फरपुर के रास्ते) गाड़ी संख्या 07001 सिकदराबाद होंगे। रक्सी छठ स्पेशल 12.11.2023 एवं 19.11.2023 को सिकंदराबाद से 10.30 बजे खुलकर तीसरे दिन 06.00 बजे राल पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी सं. 07002 - सिकंदराबाद छठ स्पेशल 14.11.2023 एवं 21.11.2023 रक्सौल से 19.15 बजे खुलकर तीसरे दिन 14.30 बजे सिंकदराबाद पहुंचेगी। इस स्पेशल में साधारण श्रेणी के 22

10. गाड़ी [सं.] [08105/08106 रांची-जयनगर रांची स्पेशल (बोकारो-धनबाद जसा परौनी में समस्तीपुर-दरभंगा मधुबनी के रास्ते) गाड़ी संख्या 08105 रांची-जयनगर छठ स्पेशल 11 एवं 18.11.2023 03 कोच होंगे। को रांची से 23.55 बजे खुलकर अगले दिन 15.30 बजे जयनगर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी से 08106 जयनगर रांची छठ स्पेशल 12 एवं 19.11.2023 को जयनगर से 17.00 बजे खुलकर अगले दिन 09.00 बजे रांची पहुंचेगी। दूसरा स्पेशल में तृतीय वातानुकूलित श्रेणी का 01, 
शयनयान श्रेणी के 11 एवं साधारण श्रेणी के 10 कोच होंगे।

11. गाड़ी सं. 05974105973 न्यूतिनसुकिया मधुबनी न्यूतिनसुकिया फेस्टिवल स्पेशल (कामाख्या- किशनगंज कटिहार-बरौनी समस्तीपुर दरभंगा के सस्ते) गाड़ी संख्या 05974 न्यूतिनसुकिया मधुवनी फेस्टिवल स्पेशल 14, 21 एवं 28.11.2023 को न्यू तिनसुकिया से 05.00 कोच होंगे। बजे खुलकर अगले दिन 07.40 बजे मधुवनी पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी सं. 05973 मधुवनी व्यूतिनसुकिया फेस्टिवल स्पेशल 15, 22 एवं 29.11.2023 को मधुवनी से 12.40 बजे खुलकर अगले दिन 21.00 बजे न्यू तिनसुकिया पहुंचेगी। इस स्पेशल में द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी का 01, तृतीय वातानुकूलित श्रेणी का 04 शयनयान श्रेणी के 11 एवं साधारण श्रेणी के 02 कोच होंगे।

12. गाड़ी सं. 08183/08154 शालीमार-सीतामढ़ी- शालीमार छठ स्पेशल (आसनसोल-झाझा-उल- बरौनी- समस्तीपुर-दरभंगा के रास्ते गाड़ी संख्या 08183

शालीमार-सीतामढ़ी छठ स्पेशल 12.11.2023 एवं 19.11.2013 को शालीमार से 21.55 बजे खुलकर अगले दिन 10.00 बजे सीतामढ़ी पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी सं 08184 सीतामढ़ी शालीमार स्पेशल 13.11.2023 एवं 20.11.2023 को सीतामढ़ी से 11.00 बजे खुलकर उसी दिन 23.45 बजे शालीमार पहुंचेगी। इस स्पेशल में द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी के 01, तृतीय वातानुकूलित श्रेणी का . शयनयान श्रेणी के 12 एवं साधारण श्रेणी के 03 कोच

13. गाड़ी सं. 0818108182 टाटा-छपरा-टाटा छ स्पेशल (आसनसोल-जससह झाझा-बनी- शाहपुर पटोरी- हाजीपुर के रास्ते) गाड़ी संख्या 08181 टाटा-छपरा छठ स्पेशल 15.11.2023 एवं 22.11.2023 को टाटा से 13.20 बजे खुलकर अगले दिन 03.00 बजे छपरा पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी से 08182 छपरा-टाटा हठ स्पेशल 16.11.2023 एवं 23.11.2023 को छपरा से 06:00 बजे खुलकर उसी दिन 20.45 बजे टाटा पहुंचेगी। इस स्पेशल द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी के 02 तृतीय यातानुकूलित श्रेणी का 03, शयनयान श्रेणी के 12 एवं साधारण श्रेणी 2

14. गाड़ी [सं.] [04534/04533 सरहिंद-सहरसा- अम्बाला कैट फेस्टिवल अनारक्षित स्पेशल (अम्बाला-मुरादाबाद- बरेली गोरखपुर-हाजीपुर-मुजफ्फरपुर- समस्तीपुर-बरौनी के रास्ते) गाड़ी संख्या 04534 सरहिंद-सहरसा फेस्टिवल अनारक्षित स्पेशल 13, 16 एवं 19.11.2023 को सहिद से 20.20 बजे खुलकर अगले दिन 23.45 बजे सहरया पहुंचेगी। 
वापसी में गाड़ी सं. 04533 सहरसा-अभ्या कैट फेस्टिवल अनारक्षित स्पेशल 12, 15, 18 एवं 21.11.2023 को सहरसा से 03.00 बजे खुलकर अगले दिन 05.00 बजे अम्बाला कैंट पहुंचेगी। इस स्पेशल में साधारण श्रेणी के 14

15. गाड़ी सं. 04536/04535 चंडीगढ़-कटिहार- चंडीगढ़ फेस्टिवल अनारक्षित स्पेशल (अम्बाला- मुरादाबाद बरेली लखनऊ-वाराणसी-डीडीयू-पाटलीपुत्र- हाजीपुर-बरौनी के रास्ते गाड़ी संख्या 04536 चंडीगढ़- कटिहार फेस्टिवल अनारक्षित स्पेशल 13, 16 एवं 19.11.2023 को चंडीगढ़ से 23.55 बजे खुलकर अगले दिन 05.00 बजे कटिहार पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी सं. 04535] कटिहार- चंडीगढ़ फेस्टिवल अनारक्षित स्पेशल 12, 15, 18 एवं 21.11.2023 को कटिहार से 07.00 बजे खुलकर अगले दिन 12.30 बजे चंडीगढ़ पहुंचेगी।

Winners

विज्ञान कहता है कि एक वयस्क स्वस्थ पुरुष एक बार संभोग के बाद जो वीर्य स्खलित करता है, उसमें 400 मिलियन शुक्राणु होते हैं...... ये 40 करोड़ श...